Parag Agrawal की शिक्षा यात्रा: IIT से मिली तकनीकी समझ

Parag Agrawal

Parag Agrawal  का जन्म राजस्थान के अजमेर में हुआ था । उनके पिता भारतीय परमाणु ऊर्जा विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी थे और उनकी माँ मुंबई में वीरमाता जीजाबाई प्रौद्योगिकी संस्थान से सेवानिवृत्त अर्थशास्त्र की प्रोफेसर हैं ।

उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय नंबर 4 से पूरी की और 2001 में, उन्होंने मुंबई के परमाणु ऊर्जा जूनियर कॉलेज से अपनी एचएससी पूरी की । उसी वर्ष, उन्होंने तुर्की के अंताल्या में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय भौतिकी ओलंपियाड में स्वर्ण पदक हासिल किया ।

2005 में, अग्रवाल ने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की । उस वर्ष, वह जेनिफर विडोम के मार्गदर्शन में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान में पीएचडी करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए । 2012 में प्रकाशित उनकी स्टैनफोर्ड डॉक्टरेट थीसिस का शीर्षक “डेटा प्रबंधन और एकीकरण में अनिश्चितता को शामिल करना” है।

 

एक ऐसा नाम जो तकनीकी दुनिया में नवाचार और नेतृत्व का प्रतीक बन चुका है।

ट्विटर के पूर्व CEO और अब AI स्टार्टअप Web Systems“Parallel ” के संस्थापक, पराग की सफलता की नींव उनकी गहरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि में छिपी है।

 शिक्षा की शुरुआत(Parag Agrawal)

पराग का जन्म अजमेर, राजस्थान में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक शिक्षित परिवार में हुआ जहाँ उनके पिता परमाणु ऊर्जा विभाग में वरिष्ठ अधिकारी थे और माँ मुंबई के वीर्माता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट में अर्थशास्त्र पढ़ाती थीं।

स्कूली शिक्षा: Atomic Energy Central School No.4

उच्च माध्यमिक: Atomic Energy Junior College, मुंबई (2001)

वैश्विक उपलब्धि: 2001 में International Physics Olympiad में गोल्ड मेडल

IIT बॉम्बे से तकनीकी नींव:

2005 में पराग ने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री प्राप्त की।

यहीं से उन्हें तकनीकी सोच, समस्या समाधान और नवाचार की गहरी समझ मिली।

Stanford में वैश्विक मंच:

IIT के बाद पराग ने Stanford University में PhD के लिए प्रवेश लिया।

वहाँ उन्होंने Jennifer Widom के मार्गदर्शन में डेटा मैनेजमेंट में अनिश्चितता पर शोध किया और 2012 में अपना शोध कार्य प्रकाशित किया।

करियर की ऊँचाइयाँ:

रिसर्च इंटर्नशिप: Microsoft Research और Yahoo! Research

ट्विटर में शुरुआत: 2011 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में

CTO बने: 2017

CEO बने: नवंबर 2021

ट्विटर से विदाई: अक्टूबर 2022, Elon Musk के अधिग्रहण के बाद

Parallel Web Systems: नवाचार की नई उड़ान

2023 में पराग ने Parallel Web Systems की स्थापना की, जो AI को रियल-टाइम वेब एक्सेस देने वाला प्लेटफॉर्म है।

यह प्लेटफॉर्म डेटा को न केवल इकट्ठा करता है, बल्कि उसे ऑर्गनाइज़, वेरिफाई और वैल्यूएट भी करता है।

निवेश: $30 मिलियन (Khosla Ventures, First Round Capital, Index Ventures)

टीम: 25 सदस्यीय

प्रदर्शन: GPT-5 जैसे मॉडल्स से बेहतर

पराग अग्रवाल की कहानी यह दर्शाती है कि मजबूत शैक्षणिक नींव कैसे एक व्यक्ति को वैश्विक मंच पर नवाचार और नेतृत्व के लिए तैयार करती है। IIT ने उन्हें तकनीकी औजार दिए और Stanford ने उन्हें वह मंच जहाँ वे दुनिया को बदलने वाले विचारों को आकार दे सकें।

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